नाग पंचमी की परंपराओं और महत्व की खोज करें, एक त्योहार जो सांपों, श्रद्धेय नाग देवताओं का सम्मान करता है।
नाग पंचमी एक हिंदू त्योहार है जहां लोग सांपों की पूजा करते हैं। यह श्रावण (जुलाई/अगस्त) के चंद्र माह के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाया जाता है।
पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण ने कालिया नाग को हराया था। इस जीत के उपलक्ष्य में लोग नाग पंचमी के दिन सांपों की पूजा करते हैं।
साँपों को जल का रक्षक माना जाता है और माना जाता है कि वे समृद्धि लाते हैं। इनकी पूजा करने से सर्पदंश से सुरक्षा मिलती है।
लोग अपने घरों को साफ़ करते हैं, विशेष व्यंजन तैयार करते हैं, और साँपों को चढ़ाने के लिए दूध, फूल और चावल जैसी चीज़ें इकट्ठा करते हैं।
भक्त साँप की मूर्तियों या असली साँपों को दूध, मिठाई और फूल चढ़ाते हैं। वे दीवारों और फर्शों पर साँपों के चित्र भी बनाते हैं।
नाग देवताओं से आशीर्वाद और सुरक्षा पाने के लिए विशेष प्रार्थना और मंत्रों का जाप किया जाता है।
यह त्यौहार विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग ढंग से, अनोखे रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है।
नाग पंचमी सभी प्राणियों का सम्मान करने की आवश्यकता पर बल देते हुए सांपों और उनके आवासों के संरक्षण को भी बढ़ावा देती है।
नाग पंचमी पौराणिक कथाओं, भक्ति और प्रकृति के प्रति सम्मान का एक सुंदर मिश्रण है। यह हमें सभी जीवित प्राणियों के साथ सद्भाव से रहने की याद दिलाता है।